अटल सत्य हैं, मिथ्या जीवन का,
अन्त नही आरम्भ है मृत्यू।
पल पल मन के भीतर के द्वंद का,
एक सत्य उत्तर हैं मृत्यू।
चहूँ और फैली अशांति हैं,
परम शांती की अवस्था हैं मृत्यू।
स्वागत करो इस परम सत्य का,
हँसी खुशी के साथ मे,
जीवन भी खुश हो जायेगा,
मृत्यू के सम्मान मे।
🙏🙏🕉🕉🙏🙏
आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi
No comments:
Post a Comment