शिव और पृकृति के पवित्र प्रेम को दर्शाता सावन।
पृकृति की शिव समर्पित भक्ति को दर्शाता सावन।
मुक्ति से मोक्ष की और ले जाता सावन।
मनमोहक सी छटा निराली।
मन को प्रफुल्लित करने वाली।
कल कल करती नदिया की धारा।
हरियाली से उदित जग सारा।
मधुर स्वरों से गुंजित सृष्टि।
शिव की भक्ति मे समर्पित पृकृति।
सब का दिखाता संगम न्यारा।
भक्ति से उपजा प्रेम ही,
सर्वश्रेष्ट हैं , यही सिखाता, यही दिखाता,
सावन का ये अलग नजारा।
आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi
No comments:
Post a Comment