झुठ के आवरण के पीछे सच्चाई को दबाकर अच्छा तो हर कोई बन जाता हैं। पर जब यह आवरण हटता हैं ना, तों ना ही वो झुठ बचता हैं, ना ही उस इन्सान के सच की कोई कीमत। फिर बचता हैं तो सिर्फ पश्चाताप और उन गलतियों का वो फल जिसे सिर्फ और सिर्फ आपको भुगतना हैं।
©ayush_tanharaahi
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