"मौन सृष्टि का कारक है,
मौन शान्ति का धारक हैं।
मौन अंत का परिचायक हैं,
मौन आरम्भ का सूचक हैं।
मौन के पीछे प्रलय छुपा हैं,
मौन ज्ञान उद्धारक हैं।
मौन से सबकुछ , मौन मे सबकुछ,
मौन त्वरित संहारक हैं ।
मौन हैं कारक, मौन हैं कर्ता,
मौन ही नाद ओंकार का।
मौन ही जीवन, मौन मरण हैं,
मौंन आत्म शुद्धि उदहारण है।
मौन मुक्ति हैं, मौन मोक्ष हैं,
मौन तत्व ज्ञान का चक्षु हैं ।
मौन से धोखा मत खाना,
मौन बहुत ही घातक हैं,
मौन,मौन से समझ सकोगे,
मौन मृत्यु परिचायक है...............
आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi
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