कोई तान रूहानी सुना जा,
हे! मोहन मुरली बजा जा।
खूब जगत को जाना,
अब तो हैं, तुझको पाना।
रेदास सा मुझमे समा जा,
हे! मोहन अब तो आजा।
!!राधे राधे!!
आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi
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