जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर हैं। मैं नही कहता, ग्रंथो मे लिखा हैं।
और सच ही लिखा हैं। कौन जाने मरने के बाद क्या होता हैं, स्वर्ग होता भी हैं या नही, हैं कोई ऐसा जिसने देखा हो स्वर्ग , बस सुना ही हैं सबने। तो जो स्वर्ग से भी बढ़कर आपके पास हैं, आपके साथ हैं, उसे ही क्यों नही पूजते। स्वर्ग जीते जी ही मिल जायेगा आपको, जननी के चरणो मे , जन्मभूमि की गोद मे। वही सुख, वही एहसास ,वही सबकुछ जो सिर्फ हमने सुना हैं, यहाँ अनुभव हो जायेगा।
आयुष पंचोली
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