शिव को पाकर शिव हो जाऊँ,
इतना मुझमे जोर नही।
मैं हूँ एक अबोध सा बालक,
इसके सिवा कुछ और नही।
भक्त हूँ शिव का,
शिव को पूजूं।
शिव को अपना,
मानू मैं।
शिव से मैं हूँ,
शिव मे मैं हूँ,
शिव को सबकुछ,
जानू मैं।
शिव मेरे दाता ,
शिव हैं विधाता।
शिव मेरे कर्ता कारक हैं।
शिव ही धर्म हैं,
शिव ही कर्म हैं,
शिव मेरे जीवन संचालक हैं।
शिव आराध्य हैं,
शिव ही साध्य हैं,
शिव ही मेरा ज्ञान हैं।
शिव भक्ति हैं,
शिव शक्ती हैं,
शिव मेरी अभिव्यक्ति हैं।
शिव ही पिता हैं,
शिव ही माता,
शिव मेरे गुरु प्रतिपालक हैं।
शिव मेरे चक्षु ,
शिव मेरी श्वासे,
शिव धड़कन के आधार हैं।
शिव मेरा हर पल,
शिव मेरा कल,
शिव जीवन के सूत्रधार हैं।
शिव को समर्पित जीवन मेरा,
शिव मुक्ति का मार्ग हैं।
शिव हैं सबकुछ मेरे लिये,
मेरा सबकुछ शिव का आशीर्वाद हैं।
🙏🙏 🕉 नमः शिवाय 🙏🙏
🙏🙏जय श्री महांकाल 🙏🙏
आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi
#kuchaisehi #ayushpancholi #ayuspiritual #hindimerijaan #sanatandharm
https://kuchaisehibyayush.wordpress.com
https://kuchaisehibyayush.blogspot.com/?m=1
https://sanatandharmbyayush.wordpress.com/
https://sanatanspiritualpost.blogspot.com/?m=1
No comments:
Post a Comment